Diabetic Retinopathy Treatment Kya Hai? जाने डायबिटिक रेटिनोपैथी के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय
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Diabetic Retinopathy Treatment Kya Hai: डायबिटीज के मरीजों को कई अन्य बीमारियों से भी जूझना पड़ता है। ऐसी ही आंखों की एक बीमारी है जिसका नाम डायबीटिक रेटिनोपैथी है। आंखों में होने वाली यह बहुत सीरियस बीमारी होती है जिसमें आपकी आंखों की रेटिना के पीछे की जो परत होती है वह प्रभावित होती है। अगर आप भी इस बीमारी से परेशान चल रहे हैं तो हम इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आज आपको देने वाले हैं।
इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम आपको Diabetic Retinopathy Kya Hai और Diabetic Retinopathy Treatment Kya Hai इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले हैं। पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आर्टिकल को शुरू से अंत तक ध्यान से पढ़े।
Diabetic Retinopathy Kya Hai
डायबीटिक रेटिनोपैथी डायबिटीज की ही एक कंपलेक्सिटी है जिसमें आपकी आंखें प्रभावित होती है। बॉडी में जब हाई ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है तो इसकी वजह से रेटिना की जो ब्लड सेल्स है उनको नुकसान होना शुरू हो जाता है। जिसकी वजह से मरीज को धुंधला दिखाई देना शुरू हो जाता है। ज्यादा सीरियस होने पर आंखों की रोशनी भी जा सकती है। समय रहते इस बीमारी का ट्रीटमेंट और बचाव जरूरी है।
Diabetic Retinopathy Ke Prakar
डायबीटिक रेटिनोपैथी मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है
नॉन-प्रोलिफेरेटिव डायबिटिक रेटिनोपैथी (NPDR):
यह डायबीटिक रेटिनोपैथी का शुरुआती चरण है। इसमें रेटिना की जो ब्लड वेसल्स है वह कमजोर होना शुरू हो जाती है, जिसकी वजह से धीरे-धीरे रक्तस्राव, सूजन आदि होना शुरू हो जाता है। इस बीमारी की शुरुआत में ज्यादा लक्षण नजर नहीं आते हैं लेकिन धीरे-धीरे दृष्टि धुंधली होने लगती है।
प्रोलिफेरेटिव डायबिटिक रेटिनोपैथी (PDR):
यह इस बीमारी की सीरियस कंडीशन है, जिसमें रेटिना के अंदर बहुत तेजी से ब्लड वेसल्स बनना शुरू हो जाती है, जिसकी वजह से रेटिनल डिटैचमेंट, ब्लीडिंग, ग्लूकोमा आदि होना शुरू हो जाता है। धीरे-धीरे आपकी आंखों की रोशनी चली जाती है और कई बार पूर्ण रूप से अंधापन भी हो सकता है।
Diabetic Retinopathy Hone Ka Karan
डायबीटिक रेटिनोपैथी होने के अलग-अलग प्रकार के कारण है। यहां पर कुछ प्रमुख कारण की जानकारी आपको दी जा रही है।
- Blood Sugar Level जब लंबे समय तक उच्च स्तर बनाए रखना है तो इसकी वजह से रेटिना में कोशिकाएं प्रभावित होने लगती हैं।
- बढ़ती उम्र की वजह से अगर आपको डायबिटीज बीमारी पुरानी हो चुकी है तो ऐसी स्थिति में डायबीटिक रेटिनोपैथी हो सकती है।
- अगर आप हाई ब्लड प्रेशर के मरीज है और नियमित रूप से आपका हाई ब्लड प्रेशर रहता है तो, इसकी वजह से रेटिना की जो ब्लड वेसल्स है वह प्रभावित होती है।
- अगर आप बहुत ज्यादा धूम्रपान करते हैं, शराब का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से रेटिनोपैथी हो सकती है।
- अगर आपकी बॉडी में उच्च कोलेस्ट्रॉल लेवल मेंटेन रहता है तो इसकी वजह से रेटिना की जो ब्लड वेसल्स है उनमें विपरीत प्रभाव पड़ता है।
Diabetic Retinopathy Ke Lakshan
जब किसी मरीज को डायबीटिक रेटिनोपैथी होती है तो कई प्रकार के लक्षण उसमें देखे जा सकते हैं। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपको डायबीटिक रेटिनोपैथी हो सकती है।
- आंखों में धीरे-धीरे दर्द होना शुरू होता है और दाएं बाएं देखने पर भी हमें दर्द का एहसास होता है।
- अगर डायबीटिक रेटिनोपैथी सीरियस कंडीशन में है तो आंखों से ब्लीडिंग होने लगती है, जिसकी वजह से नजर कमजोर होने लगती है।
- रात के समय में मरीज को कोई भी चीज साफ नजर नहीं आती है।
- धीरे-धीरे आंखों में छोटे-छोटे काले बिंदु और धब्बे नजर आने लग जाते हैं जो आपके सामने की तरफ हवा में तैरते नजर आ सकते हैं।
- धीरे-धीरे रंगों को पहचानने की शक्ति आंखों में कम हो जाती है।
- इस बीमारी में आपकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे धुंधली हो जाती है जिससे आप किसी भी चीज को साफ नहीं देख पाते हैं।
Diabetic Retinopathy Ki Roktham Ke Upaay
डायबीटिक रेटिनोपैथी होने के बाद अपने स्वास्थ्य को मेंटेन रखने के लिए और आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आपको कुछ सही प्रकार का मैनेजमेंट करना जरूरी है।
- जब भी ब्लड शुगर लेवल ज्यादा हो जाए तो आपको हमेशा बैलेंस डाइट और मेडिसिन लेकर उसे कंट्रोल करना है।
- हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को मेंटेन रखें ताकि, आंखों पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव ना पड़े।
- डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको समय-समय पर अपनी आंखों की जांच करवाते रहना है, ताकि शुरुआती स्तर में ही मधुमेह रेटिनोपैथी का पता लगाया जा सके।
- अगर आप ड्रिंकिंग और स्मोकिंग करते हैं तो इसे जल्द ही छोड़ दें।
Diabetic Retinopathy Treatment Cost
डायबीटिक रेटिनोपैथी होने पर इसकी ट्रीटमेंट के लिए आपको बहुत ज्यादा खर्च करना पड़ता है। अगर आप लेजर ट्रीटमेंट करवाते हैं तो प्रत्येक सेशन के लिए आपको ₹15000 से लेकर ₹50000 तक का खर्चा करना होगा। इस बीमारी में लगने वाले Anti-VEGF इंजेक्शन के लिए आपको ₹20000 से लेकर 60000 रुपए प्रत्येक इंजेक्शन के लिए खर्च करना होगा। अगर इस बीमारी के लिए आप सर्जरी करवाना चाहते हैं तो आपको Vitrectomy सर्जरी के लिए ₹200000 तक का खर्चा करना पड़ेगा।
Diabetic Retinopathy Diagnosis
इस बीमारी में जब आप डॉक्टर के पास विजिट करते हैं तो बीमारी को कंफर्म करने के लिए डॉक्टर कई प्रकार के डायग्नोसिस करता है। मुख्य रूप से इस बीमारी में तीन डायग्नोसिस किए जाते हैं।
- Retinal Examination
- Fundus Fluorescein Angiography
- Optical Coherence Tomography
Diabetic Retinopathy Ka Treatment
एक बार बीमारी कंफर्म हो जाने के बाद डॉक्टर कई प्रकार से आपका ट्रीटमेंट कर सकता है। इसमें मेडिसिंस और कई प्रकार की सर्जरी के माध्यम से ट्रीटमेंट किया जाता है। यहां पर अलग-अलग प्रकार के तरीके इस्तेमाल किया जा सकते हैं डायबिटिक रेटिनोपैथिक ट्रीटमेंट के लिए।
- Laser Therapy – इस बीमारी का एक प्रभावी ट्रीटमेंट लेजर थेरेपी है, जहां पर एक लेजर के माध्यम से रेटिना में जो ब्लड वेसल्स है उनको कंट्रोल किया जाता है। जिसकी वजह से रेटिना में होने वाली ब्लीडिंग नियंत्रित हो जाती है।
- Vitrectomy – बीमारी ज्यादा गंभीर होने की स्थिति में सर्जिकल प्रक्रिया के माध्यम से इसका ट्रीटमेंट किया जाता है। आंख के अंदर ब्लीडिंग होने की वजह से जो द्रव्य इकट्ठा हो जाता है उसे सर्जिकल प्रक्रिया के माध्यम से हटाया जाता है।
- Medicines – बीमारी का ट्रीटमेंट करने के लिए कुछ मेडिसिन का सहारा लिया जाता है।
- Blood Sugar Control – इस बीमारी की शुरुआती स्तर में इसको कंट्रोल करने के लिए सबसे पहले ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जाता है, इसके लिए सही डाइट एक्सरसाइज मेडिसिन आदि को फॉलो किया जाता है।
Conclusion- Diabetic Retinopathy Treatment Kya Hai
आज इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको Diabetic Retinopathy Treatment Kya Hai इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी है। डायबिटीज के मरीजों में होने वाली यह है एक सामान्य बीमारी है, जिसके लक्षण गंभीर होने पर पेशेंट पूर्ण अंधा हो सकता है। उम्मीद करते हैं कि ऊपर दी गई जानकारी आपके लिए काफी लाभदायक सिद्ध होगी। ऐसे ही जानकारी नियमित रूप से पानी के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहें।
यह लेख वेरीफाई किया गया है : डॉक्टर नरेन्द्र ठाकुर M.B.B.S.
source: American Academy of Ophthalmology (AAO)
source: National Eye Institute (NEI)