अगर ये नहीं लिया, तो शुरू हो सकता है बीमारियों का सफ़र – विटामिन D का सच
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परिचय- Vitamin D Kisme Paya Jata Hai
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि विटामिन डी हमारे शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्व होता है, जो हमारे शरीर की हड्डियों को मजबूत करने से लेकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और कई प्रकार के शारीरिक कार्य को करने में अहम भूमिका निभाता है। भारत में कई सारे लोग विटामिन डी की कमी से जूझते हैं इसलिए लोगों के द्वारा अक्सर ऐसा सवाल पूछा जाता है कि Vitamin D Kisme Paya Jata Hai? इसका मुख्य स्रोत सूर्य की रोशनी होती है। लेकिन इसके अलावा कुछ खाद्य पदार्थों में भी विटामिन डी पाया जाता है।
लेकिन विटामिन डी शरीर के लिए जितना जरूरी होता है उतना ही हानिकारक भी है, लेकिन तब जब इसका अत्यधिक सेवन कर लिया जाए। तो चलिए इस आर्टिकल में हम विटामिन डी के प्रमुख फायदे और नुकसान और Vitamin D Kisme Paya Jata Hai के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं।
Vitamin D Ke Fayade
मानव शरीर के लिए विटामिन डी बेहद जरूरी पोषक तत्व है, विटामिन डी के द्वारा ही किसी भी व्यक्ति के शरीर में फास्फोरस और कैल्शियम की सही मात्रा बनी रहती है। हालांकि इसके अलावा भी Vitamin D Ke Fayade हैं जिसे हम आपको कुछ बिंदुओं से बताते हैं।
- विटामिन डी हमारे शरीर में फास्फोरस और कैल्सियम को सही मात्रा में बनाए रखने में मदद करता है।
- हमारे शरीर में होने वाले हृदय से जुड़े रोग एवं हाई बीपी की समस्या से भी विटामिन डी छुटकारा दिलाता है।
- विटामिन डी हड्डियों की मजबूती के लिए लाभकारी है।
- विटामिन डी आंत से इन खनिज का अवशोषण कर हड्डियों तक पहुंचाने का काम करता है।
- शरीर में संक्रमण की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
- विटामिन डी मांसपेशियों और नसों के लिए लाभकारी है।
- इन सबके अलावा दिमाग को तेज रखने के लिए विटामिन डी अच्छा माना जाता है।
Vitamin D Kisme Paya Jata Hai
आमतौर पर विटामिन डी धूप और कुछ खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। विटामिन डी उन खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जिनका सेवन हम रोजाना कर सकते हैं, लेकिन खाद्य पदार्थों में भी विटामिन डी किसमे पाया जाता है, यह जानना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। तो चलिए हम जानते हैं विटामिन डी किसमे पाया जाता है।
- सुबह की धूप विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है।
- Salmon, Tuna और Sardine जैसी मछलियों में अधिक मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है इसलिए आप इसे भी खा सकते हैं।
- अंडे के पीले भाग में विटामिन डी अधिक मात्रा में मौजूद होता है इसलिए आप इसे खाकर भी विटामिन डी की कमी पूरा कर सकते हैं।
- दूध और दही में भी भरपूर मात्रा में विटामिन डी मौजूद होता है।
- खासतौर पर ऐसे मशरूम जो धूप में उगाए गए हो उनमें विटामिन डी मौजूद मिलता है।
- इसके अलावा कुछ हरी सब्जियां जैसे टमाटर, पत्ता गोभी, शलजम, नींबू, मूली आदि में भी विटामिन डी पाया जाता है।
- विटामिन डी पाने के लिए आप पनीर का भी सेवन कर सकते हैं।
Vitamin D Jyada Lene Ke Nuksan
विटामिन डी हमारे शरीर के लिए काफी उपयोगी है लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन करना कभी-कभी हानिकारक भी हो सकता है। विटामिन डी एक एंटीऑक्सीडेंट होती है जो हमारे शरीर में कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाती है।
अगर हम अधिक मात्रा में विटामिन डी लेते हैं तो हमारे शरीर में कैल्शियम की मात्रा अधिक हो जाती है। जिस कारण व्यक्ति को भूख लगना कम, अधिक पेशाब, कमजोरी एवं हार्ट अटैक आदि जैसे लक्षण आते हैं।
Vitamin D Kitna Lena Thik Hai
खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (FSSAI) के द्वारा हाल ही में विटामिन डी कितना लेना ठीक है? इसको लेकर एक रिपोर्ट जारी किया गया था। यह रिपोर्ट हमारे भारत की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए खाद्य विभाग के द्वारा निकाला गया था, जिसमें भारत में अलग अलग आयु क्रम के अनुसार विटामिन डी की मात्रा निर्धारित की गई है।
1 से 9 साल तक के बच्चों के लिए
छोटे बच्चों में हड्डियों के विकास के लिए विटामिन डी बहुत जरूरी माना जाता है, FSSAI के अनुसार प्रतिदिन 1 से 9 साल तक के बच्चों के लिए 400 IU विटामिन की जरूरत होती है।
10 से 18 साल तक के किशोर के लिए
जैसे कि हम सभी जानते हैं 10 से 18 साल तक की उम्र में बच्चों की हड्डियों का विकास होता है, इस उम्र में बच्चों को विटामिन डी की जरूरत होती है। FSSAI के अनुसार 10 से 18 साल तक के किशोर बच्चों के लिए 600 IU विटामिन डी प्रतिदिन पर्याप्त मानी गई है।
18 से 70 साल तक के वयस्कों के लिए
इस उम्र में शरीर की हड्डियों को मजबूत करना बहुत जरूरी होता है, FSSAI के अनुसार 18-70 साल तक के वयस्कों के लिए रोजाना 600 IU विटामिन डी की आवश्यकता होती है।
वरिष्ठ नागरिक जो 70 साल से अधिक है, उनके लिए
70 साल से अधिक नागरिकों के लिए 800 IU विटामिन डी पर्याप्त माना गया है, यह व्यक्तियों के हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए पर्याप्त है।
Vitamin D Kitna Hona Chahiye
हमारे शरीर के लिए विटामिन डी उतना ही जरूरी है जितना बॉडी के लिए कैल्शियम जरूरी है, क्योंकि यह हड्डियों को मजबूती देने के साथ-साथ मांसपेशियों को सक्रिय बनाने एवं शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
25 हाइड्रोक्सी विटामिन डी की मात्रा एक स्वस्थ शरीर में होना चाहिए। किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में 30 से 60 ng/ml के बीच का लेवल पर्याप्त होता है। विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में लेना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि अधिक मात्रा में विटामिन डी लेने से किडनी डैमेज आदि जैसे समस्याएं हो सकती है।
Ladies Me Vitamin D Kitna Hona Chahiye
किसी भी महिला के शरीर में विटामिन डी का लेवल सही होना बहुत जरूरी है, महिलाओं के लिए विटामिन डी का लेवल 30–60 ng/mL तक रहना सही माना जाता है। अगर महिलाओं को थकान, पैरों में दर्द आदि जैसे समस्याएं हो रही है तो वह अपना विटामिन डी का टेस्ट करवा सकती है।
Gents Me Vitamin D Kitna Hona Chahiye
पुरुषों के लिए विटामिन डी का सही लेवल रहना बहुत मायने रखता है, क्योंकि यह हड्डियों की मजबूती, immunity और testosterone लेवल के लिए शरीर में जरूरी है। किसी भी पुरुष के शरीर में विटामिन डी की मात्रा 30–60 ng/mL होना सही माना जाता है।
Vitamin D Ki Kami Kaise Pehchane
हाला की शुरुआती स्तर पर विटामिन डी की कमी का पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन धीरे-धीरे विटामिन डी की कमी का पता चल जाता है। लेकिन विटामिन डी की कमी को जानकार इसे सही समय पर ठीक नहीं किया गया तो यह हानिकारक भी हो सकता है तो चलिए हम जानते हैं कि विटामिन डी की कमी को आप कैसे पहचान सकते हैं।
- बिना किसी मेहनत के थकान और कमजोरी होना।
- हमेशा पीठ या हड्डियों में दर्द रहना।
- बार-बार जुकाम और बुखार हो जाना।
- समय पर नींद नहीं आना या नींद में दिक्कतें होना।
- बाल झड़ना
- चिड़चिड़ापन होना
- मांसपेशियों में दर्द रहना।
अगर विटामिन डी की कमी लंबे समय तक बरकरार रहती है तो बच्चों में रिकेट्स नामक बीमारी हो जाती है और वयस्क या बुजुर्गों में ऑस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी होती है। इन सभी लक्षणों की पहचान अगर आपको थोड़ी भी होती है तो आप तुरंत 25 hydroxyvitamin D ब्लड टेस्ट करवा ले, जिससे आपको तुरंत विटामिन डी की कमी का पता चल जाएगा।
Vitamin D Kam Hone Ka Karan
लोगों की जीवन शैली में बदलाव Vitamin D Kam Hone Ka Karan बताया जा रहा है। हालांकि इसके अलावा भी अन्य कारण होते हैं जिसके कारण आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है जो इस प्रकार है।
- धूप में कम समय तक रहना।
- घर के अंदर ही रहना या ऑफिस में लंबे समय तक रहना।
- सनस्क्रीन का अधिक मात्रा में उपयोग करना।
- गहरे रंग की त्वचा होना जिससे विटामिन डी का अवशोषण कम होता है।
- बढ़ती उम्र के कारण भी आपकी त्वचा विटामिन डी अवशोषित नहीं कर पाती है।
- मोटापा के कारण विटामिन डी कम मिलता है।
- कुछ दवाइयां जैसे स्टेरॉयड, एंटी एपिलेप्टिक जो विटामिन डी बनने से रोकते है।
विटामिन डी एक मात्र ऐसा विटामिन है जो सूर्य की रोशनी में रहने से मिलता है इसलिए अगर आप सूर्य की रोशनी में कम आते हैं तो जाहिर से बात है आपके शरीर में विटामिन डी की कमी होगी।
Vitamin D Konsi Sabji Me Milta Hai
मशरूम एक मात्र ऐसी सब्जी है जिसमें विटामिन डी पाई जाती है, लेकिन इसके लिए भी मशरूम को धूप में सुखाना होता है। इसके अलावा बहुत सारी ऐसी भी सब्जियां है जिसमें विटामिन डी नहीं पाया जाता है विटामिन डी केवल सूर्य की रोशनी और जानवर से जुड़े खाद्य पदार्थों में ही मिलती है।
Vitamin D Kis Fal Me Paya Jata Hai
आमतौर पर किसी भी फल में आपको विटामिन डी नहीं मिलता है। कुछ ऐसे भी फल होते हैं जो विटामिन डी आपके शरीर को डायरेक्ट नहीं देते हैं लेकिन विटामिन डी के अवशोषण में मदद करते हैं जैसे नारंगी, केला, एवाकाडो, papaya, mango आदि।
Fortified fruit juices मैं आपको विटामिन डी की कुछ मात्रा मिल जाती है आप इसका सेवन कर सकते हैं। फलों से ज्यादा विटामिन आपको धूप से मिल जाएगी।
Vitamin D Kis Beej Me Hota Hai
किसी भी बीज में विटामिन डी प्रत्यक्ष रूप से मौजूद नहीं होता है। हालांकि कुछ ऐसे बीज होते हैं जो विटामिन डी को अवशोषित करने में मदद करते हैं जैसे Chia Seeds, Flax Seeds,Sunflower Seeds आदि।
तो चलिए हम इन सभी बीजों के बारे में जानते हैं जिससे आपके शरीर को विटामिन डी के अवशोषण में मदद मिल सकती है।
चिया बीज (Chia Seeds)
चिया सीड में विटामिन डी मौजूद नहीं होता है,ओमेगा-3 फैटी एसिड और कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत चिया सीड माना जाता है। यह तत्व मिलकर विटामिन डी के साथ मिलकर हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते हैं।
अलसी बीज (Flax Seeds)
फ्लैक्सीड विटामिन डी का स्रोत नहीं है बल्कि यह विटामिन डी को अवशोषित करने में मदद करता है। इस बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होते हैं जो शरीर में विटामिन डी को अवशोषित करने में मदद करता है।
तिल (Sesame Seeds)
तिल में विटामिन डी नहीं पाया जाता है लेकिन इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम मौजूद होता है। यह विटामिन डी के साथ मिलकर हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है।
कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds)
कद्दू के सीड में विटामिन डी तो मौजूद नहीं होता है लेकिन कद्दू के सीड में मौजूद मैग्नीशियम विटामिन डी को सक्रिय करने में मदद करता है।
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Conclusion- Vitamin D Kisme Paya Jata Hai
विटामिन डी मानव शरीर के लिए बहुत जरूरी है लेकिन इसका पर्याप्त मात्रा में सेवन करना उतना ही जरूरी हो जाता है क्योंकि अधिक मात्रा में विटामिन डी लेने से, ये आपके शरीर के लिए हानिकारक साबित होते हैं। अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो गई है तो आपको डॉक्टर की सलाह से ही सप्लीमेंट लेने चाहिए।
इसके अलावा आप कुछ घरेलू उपाय जैसे पनीर, दूध, दही, मशरूम खाकर या धूप की रोशनी में रहकर विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में प्राप्त कर सकते हैं, उम्मीद करती हूं हमारे इस लेख में दी जाने वाली जानकारी को पढ़कर आपको विटामिन डी के बारे में संपूर्ण जानकारी हो गई होगी कि आखिरकार विटामिन डी किसमे पाया जाता है।
Article Verified By Dr Narendra Thakur M.B.B.S.
Vitamin D Kisme Paya Jata Hai (FAQs)
विटामिन D की जांच कैसे होती है?
ब्लड टेस्ट के जरिए, जिसे “25-hydroxyvitamin D” टेस्ट कहा जाता है।
किन लोगों को विटामिन D की कमी का ज्यादा खतरा होता है?
बुजुर्ग लोग , गहरी त्वचा वाले लोग , कम धूप वाले क्षेत्रों में रहने वाले , गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं, मोटापे से ग्रस्त लोग
संदर्भ:
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) – Vitamin D – Health effects and sources
https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/vitamin-d - राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH), अमेरिका – Vitamin D Fact Sheet for Health Professionals
https://ods.od.nih.gov/factsheets/VitaminD-HealthProfessional/ - भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) – Nutrient Requirements and Recommended Dietary Allowances for Indians
https://www.icmr.nic.in/ - मेयो क्लिनिक – Vitamin D Deficiency: Symptoms and Causes
https://www.mayoclinic.org/