What is First Aid in Hindi | Prathmik chikitsa kya hai
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परिचय- What is First Aid in Hindi
किसी भी व्यक्ति की जान बचाने के लिए प्राथमिक चिकित्सा एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, प्राथमिक चिकित्सा को इंग्लिश में First Aid कहा जाता है। किसी व्यक्ति का एक्सीडेंट होने या चोट लगने पर किया जाने वाला इलाज ही प्राथमिक चिकित्सा होता है। लेकिन बहुत से लोगों के मन में पहला सवाल यही होता है कि What is First Aid in Hindi?
आज के समय में हर व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा के द्वारा इलाज करना आना चाहिए ताकि समय पर जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल कर सके। तो चलिए इस लेख में हम आपको प्राथमिक चिकित्सा किसे कहते हैं? और prathmik chikitsa ke Siddhant आदि जैसी सभी प्रकार की जानकारी इस आर्टिकल मेंWhat is First Aid in Hindi बताएंगे।
What is First Aid in Hindi- Prathmik chikitsa kya hai
First Aid का मतलब होता है, किसी बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचने से पहले जल्दबाजी में घरेलू उपचार से सहायता करना। इस तरीके से किसी भी बीमार व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है, इसके अलावा इमरजेंसी के सिचुएशन में आसपास की चीजों का उपयोग करके भी आप अस्थाई रूप से बीमार व्यक्ति को राहत पहुंचा सकते हैं जैसे घाव साफ करना, कपड़े से पट्टी बांधना आदि।
प्राथमिक चिकित्सा ही पूरा इलाज नहीं होता है, लेकिन इस इलाज से अस्पताल ले जा रहे व्यक्ति की हालत में थोड़ा सुधार किया जा सकता है। First Aid के लिए कोई विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती है आप कुछ उपकरणों का इस्तेमाल करके एवं कुछ घरेलू उपाय को अपनाकर प्राथमिक चिकित्सा के द्वारा इलाज कर सकते हैं।
अगर आपको इमरजेंसी की सिचुएशन में किसी घायल व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा देने की जरूरत महसूस होती है तो घायल व्यक्ति के लार, खून और अन्य शरीर के लिक्विड पदार्थ से दूर रहे इससे इंफेक्शन होने का खतरा हो सकता है।
Emergency में First Aid कब दी जाती है
What is First Aid in Hindi को अच्छी तरह समझने के लिए हमें यह जानना जरूरी है कि कौन सी स्थिति में हमें First Aid उपचार देने की जरूरत होती है।
- दम घुटने
- बेहोश होना
- अत्यधिक खून बह जाना
- जहर का शरीर में फैलने
- हार्ट अटैक
- मोच या फ्रैक्चर
- जानवर के काटने पर
Prathmik Chikitsa Ka Siddhant
First Aid के चार मुख्य Prathmik Chikitsa Ka Siddhant होते हैं जिसका पालन करते हुए ही किसी भी व्यक्ति का सही तरीके से उपचार किया जा सकता है जो इस प्रकार हैं।
1. जीवन की रक्षा करें (Preserve Life)
पहला और सबसे इंपॉर्टेंट Prathmik Chikitsa Ka Siddhant जीवन की रक्षा करना होता है, इसमें घायल व्यक्ति के सांस चलने से लेकर उसे डॉक्टर की मदद सही समय पर मिल जाए इसकी जिम्मेदारी First Aid में होती है।
रक्तस्राव रोकना, बेहोशी की स्थिति में सही तरीके से रखना और CPR जैसी जरूरी प्रक्रिया आदि प्राथमिक चिकित्सा का एक हिस्सा होता है जो व्यक्ति की जान बचाने के लिए प्राथमिक उपचार में उपयोग किया जाता है। प्राथमिक चिकित्सा के द्वारा इलाज करने वाले व्यक्ति को शांत रहते हुए सही समय पर सही निर्णय लेना होता है।
2. स्थिति को बिगड़ने से रोकें (Prevent Condition from Worsening)
दूसरा Prathmik Chikitsa Ka Siddhant है कि व्यक्ति को स्थिर रखा जाए ताकि उसकी स्थिति अधिक बिगड़े नहीं। जैसे खून बहने पर रक्तस्राव रोकना, हड्डी टूटने पर अंग को हिलने से रोकना या जलने पर ठंडा पानी डालकर जलन कम करने में मदद करना आदि प्राथमिक चिकित्सा के दूसरे सिद्धांत के अंतर्गत आते हैं।
3. रोगी की रिकवरी को बढ़ावा दें (Promote Recovery)
प्राथमिक चिकित्सा के इस सिद्धांत से हमें पता चलता है कि प्राथमिक उपचार के जरिए केवल व्यक्ति को प्राथमिक इलाज देना ही उपाय नहीं होता है बल्कि बीमार व्यक्ति को जल्दी और बेहतर रिकवरी समय पर उपलब्ध कराना भी जरूरी होता है।
इस सिद्धांत का उद्देश्य है कि मरीज को मानसिक और शारीरिक रूप से आराम देकर उसकी स्थिति में सुधार लाया जाए। सफाई का ध्यान रखना, संक्रमण से बचाना, उचित आराम देना और रोगी को हिम्मत देना आदि यह सभी प्राथमिक चिकित्सा के इस सिद्धांत के अंतर्गत आते हैं।
4. प्रासंगिक उपचार लागू करें (Apply Relevant Treatment)
प्राथमिक चिकित्सा का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत प्रासंगिक उपचार होता है इसके अनुसार घायल व्यक्ति को उसकी स्थिति के अनुसार सही समय पर सही उपचार दिलाना होता है। प्रासंगिक उपचार का मतलब है कि चोट, जलन, बेहोशी, रक्तस्राव या हड्डी टूटने जैसी किसी भी प्रकार की समस्या को होने पर तुरंत सही उपचार करवाना। प्रासंगिक उपचार के जरिए घायल व्यक्ति की तेजी से रिकवरी की जाती है।
ABC Of First Aid In Hindi
What is First Aid in Hindi के बारे में समझने के लिए ABC Of First Aid In Hindi के बारे में जानना जरूरी हो जाता है तो चलिए हम जानते हैं।
A : Airway (वायुमार्ग)
सांस लेने में रुकावट खास तौर पर बेहोश लोगो में जीभ के कारण होता है। इसलिए बेहोश आदमी की जीभ पीछे की तरफ गिरकर Airway को ब्लॉक कर सकती है उंगलियों से जीभ को वापस उसकी जगह में रखें।
B: Breathing (सांस की जाँच)
बीमार व्यक्ति के मुंह के पास कान लगाकर सुने और उसकी सांसों को महसूस करें अगर सांस नहीं आ रही है तो Mouth to Mouth Respiration शुरू करें जिससे बीमार व्यक्ति को थोड़ी राहत हो।
C: Circulation (रक्तसंचार)
घायल व्यक्ति की नस पर हाथ रखकर पहले जांच करें, जांच करने के बाद गर्दन की और करॉटिड आर्टरी(Carotid Artery) पर उंगली रखकर पल्स को चेक करें। यह आपकी गर्दन की कोने पर कान के नीचे होती है।
अगर व्यक्ति की दिल की धड़कन आपको महसूस हो रही है तो Mouth to Mouth Respiration चालू रखें और अगर हृदय की किसी भी प्रकार की गति नहीं हो रही है तो Cardiopulmonary Resuscitation (CPR) दे, Mouth to Mouth Respiration के साथ।
Golden Rules Of First Aid In Hindi
What is First Aid in Hindi के बारे में आपको गोल्डन रूल भी पता होना जरूरी है तभी आप First Aid का उपचार करके बीमार व्यक्ति का इलाज कर सकते हैं।
- आपको तुरंत दुर्घटना स्थल पर जाना चाहिए।
- दुर्घटना स्थल पर बिल्कुल भी घबराएं नहीं और बहुत शांति से घायल व्यक्ति का First Aid करे।
- व्यक्ति को लगे चोट के कारण की अच्छी तरह पहचान करें।
- जिस वस्तु से घायल व्यक्ति को चोट लगी है उसे घायल व्यक्तिसे अलग करें।
- मरीज की वर्तमान स्थिति की जांच करें कि मरीज जिंदा है या मर गया।
- तुरंत में अपनाने वाले प्राथमिक उपचार के उपाय को प्राथमिकता देकर उन सभी उपाय को अपनाए।
- जल्द से जल्द डॉक्टर से दिखाने की व्यवस्था करें।
- बीमार व्यक्ति के पिछले स्वास्थ्य रिकॉर्ड एवं वर्तमान स्थिति के बारे में स्पष्ट जानकारी डॉक्टर को बताएं।
- जहां तक संभव हो सके मरीज को वर्तमान समय में सुरक्षित एवं आरामदायक स्थान पर रखें।
- प्राथमिक उपचार के लिए विशिष्ट उपकरण का इंतजार करने के बजाय जो भी उपकरण उपलब्ध है उनसे उपचार करें।
- अगर बीमार व्यक्ति अपने होश में है तो बीमार व्यक्ति को हिम्मत देने में मदद करें।
Prathmik Upchar Ka Mahatva
प्राथमिक चिकित्सा के द्वारा घायल व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है इसलिए आज के वर्तमान समय में हर एक व्यक्ति को What is First Aid in Hindi के बारे में जानकारी पता होना चाहिए। तो चलिए हम Prathmik Upchar Ka Mahatva के महत्व को बताते हैं।
1. जीवन बचाता है।
अचानक से किसी भी व्यक्ति के जीवन को बचाने के लिए प्राथमिक उपचार ही काम आता है, प्राथमिक उपचार में अगर किसी व्यक्ति की सांस रुक गई है तो सीपीआर या फिर सांस देना जैसे काम किसी भी व्यक्ति के लिए जीवन रक्षक जैसे काम हो सकते हैं।
2. Injury की गंभीरता कम करता है।
किसी व्यक्ति को लगे चोट को बढ़ने से रोकना भी प्राथमिक उपचारों में आता है इसके अंतर्गत चोट(injury) को बढ़ने से रोका जा सकता है जिसके लिए कुछ प्राथमिक उपचार किए जाते हैं। टूटे हुए अंगो को सहारा देना या फिर बहते हुए खून को रोकना चाहिये।
3. मानसिक सहारा देता है।
ऐसा बिल्कुल नहीं है कि प्राथमिक उपचार केवल जानलेवा परिस्थितियों में ही बीमार व्यक्ति को थोड़ी राहत पहुंचाना होता है बल्कि किसी व्यक्ति को मानसिक सहारा देना भी प्राथमिक उपचार है। अगर किसी व्यक्ति को गंभीर चोट लगी है तो उसे शांत रहने में मदद करना एक तरह का प्राथमिक उपचार है।भावनात्मक सहारा देना चाहिये।
4. सुरक्षा जागरूकता बढ़ाता है
आजकल की जिंदगी में प्राथमिक उपचार के बारे में जानना सुरक्षा की जागरूकता को बढ़ाता है ताकि हम किसी घायल व्यक्ति का प्राथमिक उपचार कर सके।
5. आत्मविश्वास बढ़ाता है।
गंभीर स्थिति में बिना घबराए सही निर्णय लेने के लिए प्राथमिक उपचार हमारे में आत्मविश्वास बढ़ाता है। प्राथमिक उपचार में trained व्यक्ति इमरजेंसी सिचुएशन में आत्मविश्वास से काम करने में सक्षम होते हैं।
मुख्य प्राथमिक चिकित्सा तकनीकें
1. CPR (Cardiopulmonary Resuscitation)
किसी भी व्यक्ति की जान बचाने की विधि सीपीआर है अगर व्यक्ति की सांस और नाड़ी दोनों बंद है, तो व्यक्ति को सीपीआर देकर सांस लेने में मदद करना चाहिए।
2. हेम्लिच तकनीक (Heimlich Manoeuvre)
यह मुख्य रूप से बच्चों और बूढ़े लोगों में देखा जाता है जिसमें गले में किसी चीज के फंसने पर पेट पर जोर से दबाव देना होता है।
3. घाव की देखभाल
घायल व्यक्ति की चोट पर धोकर पट्टी बांधने से इंफेक्शन फैलने से बचता है।
4. जलने का इलाज
अगर व्यक्ति की त्वचा कहीं जल गई है तो ठंडा पानी डालने से त्वचा की जलन कम होती है।
5. शॉक (सदमे) का प्रबंधन
अगर बीमार व्यक्ति की त्वचा पीली है या ठंड लग रही है तो मरीज को ढक कर उसके पैर को ऊंचा कर देना चाहिए।
First aid kit में क्या होना चाहिए
आपकी प्राथमिक चिकित्सा किट में निम्न प्रकार की चीज मौजूद होनी जरूरी है।
- एंटीसेप्टिक क्रीम
- सैनिटाइज़र स्प्रे
- पट्टी या बैंडेज
- कैची
- थर्मामीटर
- दर्द की गोलियां
- CPR mask
- ओआरएस Powder
Conclusion – What is First Aid in Hindi
हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर आपको स्पष्ट रूप से ये तो समझ में आ गया होगा कि What is First Aid in Hindi ये सिर्फ एक विषय नहीं है, बल्कि किसी व्यक्ति के जीवन बचाने का ज्ञान है।
आज के समय में हर व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा के बारे में सभी प्रकार की जानकारी पता होनी जरूरी है क्योंकि इससे न केवल किसी व्यक्ति का जीवन बच जाता है बल्कि हमारे समाज में एक जिम्मेदारी की भावना आती है।
आप चाहे कहीं पर भी हो या ज्ञान आपकी और किसी और व्यक्ति की जान बचाने के लिए लाभकारी है इसलिए What is First Aid in Hindi की जानकारी को खुद भी सीखे और दूसरों को भी सिखाए।
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What is First Aid in Hindi(FAQs)
फर्स्ट एड बॉक्स में क्या-क्या होना चाहिए?
एक सामान्य फर्स्ट एड बॉक्स में पट्टियाँ, एंटीसेप्टिक क्रीम, डेटोल, रुई, कैंची, ग्लव्स, दर्द निवारक दवाइयाँ, थर्मामीटर और बर्न क्रीम आदि होनी चाहिए।
रक्तस्राव (खून बहना) होने पर क्या करना चाहिए?
साफ कपड़े या पट्टी से घाव को दबाकर रखें, हाथ को ऊँचा रखें और खून बहना बंद न हो तो तुरंत डॉक्टर को बुलाएं।
बेहोशी की स्थिति में क्या करना चाहिए?
मरीज को सपाट सतह पर लिटाएं, सिर को एक तरफ करें ताकि उल्टी निकल सके, और अगर सांस नहीं ले रहा है तो CPR देने की कोशिश करें।
प्राथमिक चिकित्सा के लिए भारत में कौन से कोर्स होते हैं?
रेड क्रॉस, सेंट जॉन एम्बुलेंस, और कई हॉस्पिटल्स द्वारा फर्स्ट एड ट्रेनिंग कोर्स चलाए जाते हैं जो 1 दिन से लेकर कुछ हफ्तों तक के होते हैं।
यह लेख केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई प्रथम चिकित्सा (First Aid) संबंधी जानकारियाँ किसी भी प्रकार की पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं हैं। किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत नजदीकी चिकित्सक या स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करें। लेख में दी गई जानकारी का उपयोग अपने विवेक से करें; लेखक और वेबसाइट किसी भी प्रकार की चिकित्सा हानि या आपदा के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।