Vitamin D Test Hindi Me Jankari | Vitamin D Test Kab Karwana Chahiye
परिचय- Vitamin D Test Hindi Me Jankari
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि विटामिन डी हमारे शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्व होता है, जो हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम, हड्डियों को मजबूत करने आदि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन आजकल के जीवन शैली में बहुत से लोग पूरे दिन ऑफिस में रहते हैं जिस कारण उन्हें धूप की रोशनी नहीं मिल पाती है जिस कारण व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी की कमी देखने को मिलती है और डॉक्टर अक्सर विटामिन डी टेस्ट करने की सलाह देते हैं, इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको Vitamin D test hindi me jankari देंगे।
जिसमें बताया जाएगा कि विटामिन डी टेस्ट क्या है?, क्यों जरूरी है?, कैसे करना होता है? और कब करवाना चाहिए? आदि जैसे सभी प्रकार की जानकारी। तो चलिए हम जानते हैं।
Vitamin D Test Hindi Me Jankari
आपको विटामिन डी टेस्ट के द्वारा ये पता चलता है कि आपके शरीर में कितना विटामिन डी का लेवल है। इसके अलावा टेस्ट के जरिए ही आपको यह पता चलता है कि विटामिन डी की कमी या अधिकता होने पर आपके शरीर में किन लक्षणों को देखा जा सकता है। जैसा कि आप सभी को पता है कि विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता हैं और यह हमारे हड्डियों को मजबूत करने में भी मदद करता है।
जब विटामिन डी की मात्रा आपके शरीर में कम हो जाती है तो आपकी हड्डियां भी कमजोर हो जाती है क्योंकि यह कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। ऐसे में डॉक्टर के द्वारा विटामिन डी टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है। इस टेस्ट के दौरान blood सैंपल लिया जाता है और उसमें 25-hydroxyvitamin D का लेवल टेस्ट जाता है।
आमतौर पर विटामिन डी टेस्ट की जरूरत उन लोगों को होती है जो बहुत कम धूप में रहते हैं और उन व्यक्ति की हड्डियां कमजोर हो गई है, इस टेस्ट के जरिए आपको इस बात का भी पता चलता है कि आपको विटामिन डी के लिए सप्लीमेंट की जरूरत है कि नहीं। Vitamin D test hindi me jankari को और भी अच्छी तरह जानने के लिए हम अब कुछ और सवालों को भी बताते हैं।
Vitamin D Test Kyo Karana Padta Hai
ऐसे बहुत से लोग हैं जिनके मन में सवाल होता है कि Vitamin D test kyo karana padta hai तो उनकी जानकारी के लिए मैं बता दूं विटामिन डी टेस्ट कराना इसलिए जरूरी है, क्योंकि इस टेस्ट के जरिए ही हमें शरीर में विटामिन डी की मात्रा का पता चलता है।
1 जो हड्डियों की मजबूती और कैल्शियम के अवशोषण में मदद करते हैं। यदि शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है तो शरीर में मांसपेशियों में दर्द होने के साथ-साथ शरीर में थकान होने लगती है। ये टेस्ट खासतौर पर ऐसे लोगों के लिए जरूरी होता है जो ज्यादातर धूप की रोशनी से दूर रहते हैं।
2 कमजोरी, थकान और मांसपेशियों में दर्द का कारण जानने के लिए – ये लक्षण विटामिन D की कमी की ओर इशारा कर सकते हैं।
3 हॉर्मोनल असंतुलन या थायरॉइड से जुड़ी समस्याओं में जांच के लिए– विटामिन D, कई हॉर्मोनों के संतुलन में भूमिका निभाता है।
4 इम्यून सिस्टम की कमजोरी की जांच के लिए– विटामिन D की भूमिका रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी होती है।
5 प्रेग्नेंसी में माँ और बच्चे की सेहत सुनिश्चित करने के लिए– गर्भवती महिलाओं को विटामिन D टेस्ट की सलाह दी जाती है।
6 बुजुर्ग लोग, बच्चे या जिनकी डाइट में विटामिन डी की मात्रा कम पाई जाती है उन लोगों को भी विटामिन डी की कमी होती है।
7 इसके अलावा गर्भवती महिलाओ, हड्डियों की बीमारी होने वाले लोग जैसे ऑस्टियोपोरोसिस, रिकेट्स, या बार-बार फ्रैक्चर होने की स्थिति में डॉक्टर Vitamin D test की सलाह अक्सर देते हैं।
8 इसके अलावा parathyroid ग्रंथि के कार्यों से संबंधित समस्याओं की जांच करने के लिए भी विटामिन डी टेस्ट करना होता है। क्योंकि विटामिन डी के एक्शन के लिए Parathyroid Hormone बॉडी में होना जरूरी है।
9 विटामिन डी टेस्ट की जरूरत उन लोगों को भी पड़ती है जिनका गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी हुआ है, क्योंकि उनका शरीर पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी अवशोषित नहीं कर पता है जिस कारण विटामिन डेट का टेस्ट किया जाता है।
10 इसके अलावा ऐसी बीमारियां जो वसा को अवशोषित करने वाली बीमारी से जुड़ी हुई होती है Cystic Fibrosis और Crohn disease उनकी जांच के लिए भी विटामिन डी टेस्ट किया जाता है। क्योंकि विटामिन डी वसा में घुलनशील विटामिन होता है जो आंतो के द्वारा अवशोषित किया जाता है।
इस जांच के माध्यम से ही पता चलता है कि व्यक्ति को विटामिन डी सप्लीमेंट की जरूरत है या नहीं। सही समय रहते इस टेस्ट को करने से आप कई प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं।
Before Vitamin D Test In Hindi
अगर आप विटामिन डी का टेस्ट करवाने वाले हैं, तो Before vitamin d test in hindi की जानकारी को जरूर पढ़ें क्योंकि विटामिन डी का टेस्ट करने से पहले कई सारे लोग तरह-तरह के नुस्खे अपनाने लगते हैं जैसे भूखे पेट रहना, खाना खाकर टेस्ट करना आदि।
आपको Before vitamin d test किसी भी प्रकार की तैयारी करने की जरूरत नहीं होती है, यह एक नार्मल ब्लड टेस्ट की तरह होता है, जिसमें आपकी हाथ की नसों से थोड़ा खून लिया जाता है और उसे lab checking के लिए भेजा जाता है। इसलिए आपको बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है।
विटामिन डी टेस्ट के दौरान लिए गए सैंपल से आपके शरीर में मौजूद 25- hydroxyvitamin D के स्तर की अच्छी तरह जांच की जाती है। हालांकि विटामिन डी के टेस्ट को करवाने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है जो इस प्रकार है।
- इस टेस्ट के लिए ऐसा जरूरी नहीं है कि आपको खाली पेट ही रहना है आप खाना खाकर भी विटामिन डी का टेस्ट करवा सकते हैं।
- अगर आप पहले से विटामिन डी से संबंधित किसी भी प्रकार की दवाई का सेवन कर रहे हैं तो आप डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवाई ले और टेस्ट कराए। क्योंकि सप्लीमेंट लेने के कारण आपकी ब्लड रिपोर्ट प्रभावित हो सकती है।
During Vitamin D Test In Hindi
जैसे कि मैंने बताया कि विटामिन डी टेस्ट एक नार्मल ब्लड टेस्ट की तरह ही होता है जिसमें आपके शरीर से खून की कुछ मात्रा लेकर सैंपल टेस्ट के लिए भेजी जाती है। विटामिन डी टेस्ट को हम 25-hydroxy vitamin D टेस्ट भी कह सकते हैं क्योंकि इस टेस्ट के दौरान 25-hydroxy vitamin D की मात्रा की ही जांच की जाती है।
तो चलिए अब हम आपको कुछ बिंदुओं के द्वारा During vitamin D test in hindi की जानकारी को बताते है।
- सबसे पहले आपको आराम से बैठाया या लेटाया जाता है ताकि सैंपल के लिए ब्लड लिया जा सके।
- हाथ के जिस area से ब्लड लेना है वहां सेनीटाइज करके साफ किया जाता है।
- एक छोटी सी सिरिंज की मदद से आपके नस में सुई लगाई जाती है और एक ट्यूब में खून का नमूना लिया जाता है।
- जब खून ले लिया जाता है तो जिस जगह सुई लगाई जाती है वहां पर रुई लगा दी जाती है।
विटामिन डी टेस्ट करवाने की प्रक्रिया लगभग 10 से 15 मिनट में पूरी हो जाती है। इस प्रक्रिया में बहुत ही हल्का दर्द होता है जो पता भी नहीं चलता। यह टेस्ट सुरक्षित है इसे करके आप अपने शरीर में विटामिन डी की मात्रा जांच सकते हैं।
After Vitamin D Test In Hindi
विटामिन डी का टेस्ट करवाने के बाद After vitamin D test in hindi की जानकारी को भी जाना जरूरी हो जाता है। तो विटामिन डी का टेस्ट करवाने के बाद आपको किसी भी प्रकार के विशेष आराम की जरूरत नहीं होती है। यह एक प्रकार का नार्मल ब्लड टेस्ट होता है जिसमें आपको सुई से बिल्कुल ही ना के बराबर दर्द होता है।
हालांकि कई बार ब्लड टेस्ट करवाने के बाद कई सारे लोगों को हल्की सूजन हो सकती है लेकिन यह पूरी तरह से सामान्य रहता है जो 24 घंटे के अंदर नॉर्मल हो जाता है। आप ब्लड टेस्ट करवाने के बाद कुछ देर में रूई हटा सकते हैं, आपकी टेस्ट की रिपोर्ट आम तौर पर 24 से 48 घंटे में आपको मिल जाती है जिसके बाद आप डॉक्टर की सलाह अनुसार सप्लीमेंट ले सकते हैं।
Vitamin D Test Result In Hindi
हमारे शरीर में मौजूद 25-hydroxy vitamin D की मात्रा की जांच करने के लिए विटामिन डी टेस्ट किया जाता है। अब हम Vitamin d test result in hindi के बारे में सभी प्रकार की जानकारी लेते हैं। आपको इसकी मात्रा विटामिन डी टेस्ट के रिपोर्ट में ng/mL (नैनोग्राम प्रति मिलीलीटर) मैं देखने को मिलती है।
तो चलिए हम आपको एक टेबल के जरिए बताते हैं कि Vitamin D Test Result In Hindi के बारे में बताएंगे कि आप किस प्रकार विटामिन डी के लेवल से पता कर सकते हैं की शरीर में विटामिन डी की मात्रा सही है या नहीं।
ng/mL (नैनोग्राम प्रति मिलीलीटर) | मात्रा |
0 से 10 | गंभीर कमी (Severe Deficiency) |
11 से 20 | कमी (Deficiency) |
21 से 29 | अपर्याप्त मात्रा (Insufficient) |
30 से 50 | सामान्य मात्रा (Sufficient) |
50 से अधिक | संभवत: अधिक (Possibly High) |
100 से अधिक | अत्यंत अधिक (Toxic level) |
Vitamin D Ke Kitne Prakar Hain
विटामिन D एक वसा में घुलनशील विटामिन है जो शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस के अवशोषण के लिए आवश्यक होता है।Vitamin D Ke Kitne Prakar Hain में हम जानेंगे यह मुख्यतः दो प्रकार का होता है – विटामिन D2 (Ergocalciferol) और विटामिन D3 (Cholecalciferol)।
विटामिन D2 पौधों और फोर्टिफाइड फूड्स जैसे मशरूम आदि से प्राप्त होता है, जबकि
विटामिन D3 मुख्यतः जानवरों से मिलने वाले स्रोतों (जैसे मछली, अंडे की जर्दी) और सूर्य की किरणों से त्वचा के संपर्क में आने पर शरीर में खुद बनता है।
D3 को अधिक प्रभावी और शरीर में लंबे समय तक सक्रिय रहने वाला माना जाता है।
Vitamin D Test Kab Karwana Chahiye
बहुत सारे लोगों के मन में सबसे पहला सवाल अब ये आएगा कि Vitamin d test kab karwana chahiye, आपको विटामिन डी टेस्ट तब करवाना चाहिए जब आपके शरीर में विटामिन डी की कमी या असंतुलन के लक्षण दिखाई दे। क्योंकि विटामिन डी टेस्ट के जरिए आपके शरीर में विटामिन डी की मात्रा का ही पता चलता है।
तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आपकी स्थितियों में विटामिन डी टेस्ट करवा सकते हैं।
- अगर आपको हड्डियों से जुड़ी कोई समस्या हो रही है जैसे हड्डियों में दर्द, कमजोरी, फ्रैक्चर आदि तो आपको विटामिन डी टेस्ट करवाना चाहिए।
- आपके शरीर की मांसपेशियों में थकान या कमजोरी महसूस होती है तो आपको विटामिन डी टेस्ट करवाना चाहिए।
- जो लोग अधिकतर समय धूप की रोशनी से दूर रहते हैं उन्हें विटामिन डी टेस्ट की जरूरत होती है।
- गर्भवती महिलाओं को विटामिन डी टेस्ट की जरूरत होती है।
- अत्यधिक उम्र बढ़ने पर भी विटामिन डी का अवशोषण काम हो जाता है इसलिए अगर आपकी उम्र अधिक है तो भी आपको विटामिन डी टेस्ट करना चाहिए।
- डायबिटीज, किडनी या लीवर से जुड़ी बीमारी वाले लोगों को विटामिन डी का टेस्ट करवाना चाहिए।
- कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को भी विटामिन डी टेस्ट करना चाहिए।
- Crohn Disease से पीड़ित लोगों को करवाना चाहिए।
अगर हमारे द्वारा बताए जाने वाले Vitamin D Test Hindi Me Jankari इन सभी लक्षणों में से कोई भी लक्षण आप में है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेकर उनके अनुसार विटामिन डी का टेस्ट करना चाहिए।
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Conclusion- Vitamin D Test Hindi Me Jankari
विटामिन डी टेस्ट एक महत्वपूर्ण टेस्ट होता है जो हमें यह बताता है कि हमारे शरीर में विटामिन डी की मात्रा पर्याप्त है या नहीं। ये टेस्ट खासतौर पर उन लोगों के लिए जरूरी हो जाता है जो ज्यादातर धूप से दूर रहते हैं और हड्डियों में कमजोरी महसूस करते हैं। अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है और आप लंबे समय से उसे अनदेखा कर रहे हैं तो यह एक गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है इसलिए समय रहते टेस्ट करा लें ।
इसलिए आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको मुख्य रूप से Vitamin D test hindi me jankari विस्तार पूर्वक तरीके से बताई है। उम्मीद करता हूं Vitamin D test hindi me jankari को पढ़कर आपको विटामिन डी की जांच करवाने में मदद मिलेगी।
Vitamin D Test Hindi Me Jankari(FAQs)
टेस्ट के लिए क्या फास्टिंग जरूरी है?
नहीं, विटामिन D टेस्ट के लिए फास्टिंग (खाली पेट) जरूरी नहीं होती।
विटामिन D टेस्ट की कीमत कितनी होती है?
भारत में इसकी कीमत ₹500 से ₹1500 तक हो सकती है, जगह और लैब पर निर्भर करता है।
क्या यह टेस्ट घर से किया जा सकता है?
हाँ, कई डायग्नोस्टिक कंपनियां घर पर सैंपल कलेक्शन की सुविधा देती हैं।
सबसे ज्यादा विटामिन डी कौन से फल में होता है?
संतरा में सबसे ज्यादा विटामिन डी पाया जाता है।