Thyroid Red Light Therapy in Hindi: थायरॉइड होने पर रेड लाइट थेरेपी कितनी फायदेमंद, जाने इसकी सभी डिटेल विस्तार से
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Thyroid Red Light Therapy in Hindi: दुनिया भर में थायराइड की समस्या लोगों में धीरे-धीरे तेजी से बढ़ रही है। भारत की बात करें तो यहां पर प्रत्येक 10 में से एक व्यक्ति थायराइड की समस्या से परेशान है। थायराइड एक ग्रंथि होती है जो हमारे गले में स्थित होती है। इसमें से निकलने वाले हार्मोन हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म, एनर्जी प्रोडक्शन और हार्मोनल बैलेंस को मेंटेन करते हैं। इस थायराइड ग्रंथि में किसी भी प्रकार किसी समस्या होने पर आपके हार्मोनल प्रोडक्शन की गति कम या ज्यादा हो सकती है, जिससे हमें कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं जैसे वजन का बढ़ना, वजन का घटना, थकान रहना, तनाव रहना, बॉडी का इम्बैलेंस रहना आदि हो सकती है।
अगर आप थायराइड की समस्या से परेशान चल रहे हैं तो इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको रेड लाइट थेरेपी के लाभ, इसकी डोज, प्रोटोकॉल, सेफ्टी आदि के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
Thyroid Red Light Therapy in Hindi
थायराइड की समस्या को ठीक करने के लिए आजकल डॉक्टर रेड लाइट थेरेपी (RLT) को रिकमेंड करते हैं। यह एक ऐसा थाइरॉएड ट्रीटमेंट है जो कम समय में ही बहुत पॉप्युलर हो चुका है। इसकी मदद से आप हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथाइरॉयडिज़्म का इलाज कर सकते हैं। इसमें मरीज को एक कम इंटेंसिटी वाली इंफ्रारेड टाइप की रोशनी में एक्सपोज किया जाता है।
Red Light Therapyका उपयोग थायराइड के अलावा भी अन्य कई प्रकार की बीमारी जैसे सोरायसिस, कील मुंहासे, स्किन कंडीशन आदि को ठीक करने के लिए उपयोग की जाती है। बहुत सारे लोग वजन कम करने के लिए, डिप्रेशन और तनाव को कम करने के लिए इसका उपयोग करते हैं।
Red Light Therapy Benefits for Thyroid
रेड लाइट थेरेपी का दूसरा नाम फोटो बायो माड्यूलेशन भी है, जिस को लेवल लाइट थेरेपी के नाम से भी जाना जाता है जब मरीज यह थैरेपी लेता है तो कोशिका में उपस्थित माइटोकांड्रिया उत्तेजित हो जाता है और ATP (एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट) का उत्पादन बढ़ता है ऐसा होने पर हमारे कोशिकाओं में जो सूजन होता है वह कम होने लगता है अगर आप रेड लाइट थेरेपी थायराइड के लिए लेने वाले हैं तो इसकी वजह से आपको कई प्रकार के फायदे होते हैं।
- Thyroid Hormone Production Control – जब कोई भी व्यक्ति थायराइड की समस्या को ठीक करने के लिए Red Light Therapy लेता है तो इसकी वजह से T3 और t4 हार्मोन के प्रोडक्शन में सुधार होता है।
- TSH Level Down – RLT की वजह से थाइरॉएड स्टिम्युलेटिंग हॉरमोन में कमी आती है, जिसकी वजह से आपकी थायराइड की समस्या काम हो जाती है।
- Thyroid Gland Size Down – रेड लाइट थेरेपी आपकी थायराइड ग्रंथि में आ रहे सूजन को कम करती है, जिसकी वजह से उसका आकार कम होता है।
- Auto Immune प्रतिक्रिया को कम करना – किसी भी प्रकार की ऑटोइम्यून कंडीशन में रेड लाइट थेरेपी सूजन को कम करती है और बॉडी की इम्युनिटी सिस्टम को बैलेंस करती है।
- अन्य स्वास्थ्य लाभ – थायराइड के अलावा भी रेड लाइट थेरेपी के अन्य कई प्रकार के लाभ होते हैं आपकी स्किन प्रॉब्लम, जॉइंट पेन, डिप्रेशन आदि में भी फायदेमंद है।
Red Light Therapy Thyroid Dosage
थायराइड की समस्या को ठीक करने के लिए RLT में डोज की मात्रा आपको ध्यान रखना है। एक मरीज सामान्य तौर पर एक सप्ताह में 5 से 7 सेशन Red Light Therapy की ले सकता है। अगर समस्या बहुत ज्यादा है तो डॉक्टर आपको 10 सेशन लेने के लिए भी बोल सकता है। शुरुआत के कुछ सेशन लेने पर आपको परिणाम नजर नहीं आएंगे, लेकिन 5 से 10 सेशन कंप्लीट होने के बाद आपको बहुत अच्छे रिजल्ट मिलना शुरू हो जाता है। एक बार के सेशन की अवधि 15 मिनट से 20 मिनट तक हो सकती है।
Red Light Therapy लेते समय 630 – 670 नैनोमीटर वेवलेंथ सबसे सही माना जाता है। अगर थायराइड की कोई गंभीर समस्या है तो डॉक्टर आपको 800 नैनोमीटर वेवलेंथ के लिए भी बोल सकता है। थेरेपी लेते समय जो डिवाइस होता है उसे आपके गले से लगभग 6 से 12 इंच की दूरी पर रखते हैं, जिससे उसकी लाल रंग की रोशनी थायराइड ग्रंथि को सही प्रकार से प्रभावित कर सके।
Red Light Therapy Thyroid Safety
- थायराइड में रेड लाइट थेरेपी अपनी मर्जी से कभी ना ले, हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही इस प्रकार की थेरेपी को ले।
- थेरेपी लेने के दौरान अपनी आंखों को लाल रोशनी से बचने के लिए चश्मे का प्रयोग करना ना भूले।
- गर्भवती महिलाएं और स्तनपान करवा रही माताएं डॉक्टर की सलाह के बिना इस प्रकार की थेरेपी ना ले।
- अगर आप थायराइड की बीमारी में किसी भी प्रकार की मेडिसिन पहले से ही ले रहे हैं तो डॉक्टर को जरूर बताएं।
- थायराइड की RLT की वजह से कैंसर कोशिकाएं उत्तेजित हो सकती हैं, ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के काम ना करें।
Red Light Therapy Thyroid Protocol
- अगर आपको RLT लेना है तो इसके लिए आपको एक सही प्रोटोकॉल को फॉलो करना चाहिए, ताकि आपको किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।
- रेड लाइट थेरेपी के लिए आपको सही डिवाइस को उपयोग करना है। डॉक्टर आपको डिवाइस खरीदने के लिए कहता है तो आपको 630 – 850 नैनोमीटर वेवलेंथ वाला FDA से प्रमाणित डिवाइस ही खरीदना चाहिए।
- जब भी आप RLT लेना शुरू करें तो डिवाइस को गले के क्षेत्र के आसपास रखें जहां पर आपकी थायराइड ग्रंथि स्थित है।
- थेरेपी शुरू करने से पहले किसी भी प्रकार का मेकअप या क्रीम आपने लगाया हुआ है तो उसे हटा दें ताकि स्किन में रेड लाइट अच्छे से प्रवेश कर सके।
- रेड लाइट थेरेपी लेने की दौरान आपको ज्यादा हलचल नहीं करना है और एक जगह स्थिर रहने की कोशिश करना है।
- रेड लाइट थेरेपी के दौरान आपको हमेशा अपने थायराइड हार्मोन पर नजर रखनी चाहिए।
- थायराइड थेरेपी के रिजल्ट आपको बहुत धीरे-धीरे नजर आते हैं। ऐसे में आपको एक महीने से लेकर 3 महीने तक लगातार थेरेपी लेने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जा सकती है।
सारांश
आज इस आर्टिकल के माध्यम से आपको Thyroid Red Light Therapy in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। उम्मीद करते हैं कि आप इस जानकारी का लाभ उठाएंगे। हमने आपको यह जानकारी एजुकेशन के उद्देश्य से दी है। डॉक्टर की सलाह के बिना आपको कभी भी रेड लाइट थेरेपी को ट्राई नहीं करना चाहिए। दी गई जानकारी अगर पसंद आई है तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें ताकि सभी इसका लाभ उठा सके।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न(FAQs)
रेड लाइट थेरेपी कितने समय तक करनी चाहिए?
एक बार के सेशन की अवधि 15 मिनट से 20 मिनट तक हो सकती है।
क्या रेड लाइट थेरेपी से थायराइड की दवाएं बंद हो सकती हैं?
यह पूरी तरह व्यक्ति के रिस्पॉन्स पर निर्भर करता है। कुछ लोगों में दवा की डोज़ कम हो सकती है, लेकिन दवाएं पूरी तरह बंद करने से पहले डॉक्टर से बात करना जरूरी है।
क्या रेड लाइट थेरेपी घर पर भी की जा सकती है?
हाँ, मार्किट में पोर्टेबल रेड लाइट डिवाइसेस उपलब्ध हैं जिन्हें आप डॉक्टर की सलाह से घर में यूज़ कर सकते हैं।
रेड लाइट थेरेपी कितने समय में असर दिखाती है?
अधिकतर मरीजों को 4-6 हफ्तों में कुछ असर दिखने लगता है। लेकिन पूरा असर दिखने में 3-6 महीने लग सकते हैं। यह व्यक्ति की स्थिति पर निर्भर करता है।
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