Sciatica Kya Hota Hai | Sciatica Ka Karan Lakshan ilaj
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साइटिका एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें कमर से लेकर पैरों तक तेज दर्द होता है या दर्द अक्सर एक पैर मैं ज्यादा महसूस होता है और कभी-कभी तो इतना ज्यादा महसूस होता है कि चलना, फिरना मुश्किल हो जाता है। इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से Sciatica ka karan lakshan ilaj के बारे में बताएंगे साथ ही हम symptoms, Causes, treatments, Diagnosis of sciatica आदि जानेंगे।
Sciatica Kya Hota Hai
साइटिका एक न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम होती है, जिसमें शरीर की सबसे लंबी नस जिसे Sciatic Nerve कहते हैं, वह प्रभावित हो जाती है। ये नस रीढ़ की हड्डी से निकलकर कूल्हों से होते हुए पैरों तक जाती है जब इस नस पर ज्यादा दबाव पड़ता है या इसमें सूजन आ जाता है तो साइटिका की समस्या हो जाती है।
Causes of Sciatica in Hindi (साइटिका के कारण)
साइटिका (Sciatica) एक बहुत ही नॉर्मल तकलीफ देने वाली समस्या होती है जो पीठ के निचले हिस्से से लेकर पैरों तक दर्द का कारण होता है इसका मुख्य कारण sciatic nerve पर दबाव पडना होता है तो चलिए हम इसके Causes of Sciatica in Hindi के बारे में जानते हैं।
Herniated Disc (स्लिप डिस्क)
साइटिका में सबसे नॉर्मल कारण Herniated Disc होता है इस स्थिति में व्यक्ति की रीड की हड्डी कार्टिलेज से अलग हो जाती है और शरीर के नस पर दबाव डालती है। जिससे तेज दर्द या झनझनाहट सी महसूस होती है।
Spinal Stenosis (रीढ़ की हड्डी में संकुचन)
स्पाइनल स्टेनोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें रीढ़ की हड्डी की नसों पर दबाव पड़ता है क्योंकि स्पाइनल कैनाल संकरा हो जाता है। स्पाइन के कैनाल का सकरा हो जाने से नसों पर पड़ने वाला दबाव इसका कारण हो सकता है या आम तौर पर व्यक्ति की उम्र बढ़ने पर होता है और व्यक्ति के शरीर में sciatic nerve को प्रभावित करता है।
Spondylolisthesis (कशेरुकाओं का खिसकना)
स्पॉन्डिलोलिस्थेसिस एक रीढ़ से जुड़ी स्थिति है जिसमें एक कशेरुका (vertebra) दूसरी कशेरुका पर फिसल जाती है।जिससे नस पर दबाव पड़ता है तो sciatic nerve में दर्द होने लगता है।
यह आमतौर पर कमर के निचले हिस्से में होता है और इससे पीठ दर्द, नस में दबाव और पैरों में कमजोरी या सुन्नता हो सकती है।
Piriformis Syndrome
पिरिफॉर्मिस सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जिसमें पिरिफॉर्मिस मांसपेशी सायटिक नर्व पर दबाव डालती है।
इससे नितंबों (buttocks) में दर्द और टांगों में झनझनाहट या सुन्नता महसूस होती है।
यह स्थिति लंबे समय तक बैठने, भारी व्यायाम या मांसपेशियों की चोट के कारण हो सकती है।
Injury or Accident
कभी-कभी एक्सीडेंट मैं लगी चोट के कारण भी साइटिका का दर्द होता है इसमें सीधे आपकी nerve damage हो सकती है।
Pregnancy
आमतौर पर महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान बढ़ते वजन और posture की वजह से शरीर में sciatic nerve मैं दबाव पड़ता है जिस कारण भी पैर दर्द होने लगता है।
अगर आपको लगातार पैरों में झनझनाहट या दर्द हो रहा है तो आपको तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए ताकि शुरुआती पहचान की जांच होकर आपको इलाज मिले।
Symptoms of Sciatica in Hindi
Symptoms of Sciatica in Hindi आमतौर पर शरीर के एक हिस्से में ही पता चलते हैं, खास तौर पर पीठ की रीड की हड्डी से लेकर पैर के निचले हिस्से अंगुली तक। ये दर्द हल्की-हल्की अचानक से भी हो सकता है, इसलिए इसके लक्षणों को जानना जरूरी हो जाता है तो चलिए हम Symptoms of Sciatica को जानते है।
Lower Back Pain
पीठ के निचले हिस्सों में दर्द होना साइटिका की पहली निशानी मानी जाती है इसलिए अगर आपकी पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो तो डॉक्टर से जरूर दिखाएं।
Pain in Leg
पैरों में दर्द साइटिका की निशानी होती है अगर यह दर्द आपके hips से शुरू होकर आपके जांघ, घुटनों और पैरों तक फैल जाता है।
Numbness
साइटिका से प्रभावित हिस्सों पर सुन्नपन होने के साथ-साथ झनझनाहट भी महसूस होती है अगर आपको साइटिका है तो आपके पैरों में सुन्नपन या झनझनाहट महसूस होगी।
Tingling Sensation
पैरों में जलन या फिर सुई चुभने जैसा महसूस होना भी साइटिका के लक्षण होते हैं।
Muscle Weakness
साइटिका से प्रभावित पैरों में कमजोरी महसूस होती है और चलने में भी परेशानी होती है।
Pain while Sitting or Standing
साइटिका की बीमारी में लंबे समय तक बैठने या खड़े रहने से पैरों में दर्द बढ़ सकता है।
Diagnosis of Sciatica in Hindi
Diagnosis of Sciatica in Hindi करने के लिए डॉक्टर को सबसे पहले रोगी के मेडिकल हिस्ट्री , लक्षण को जानना होता है अगर मरीज को कमर से लेकर पैर के निचले हिस्से तक जलन या चुभन जैसी पीड़ा महसूस होती है तो यह मुख्य रूप से साइटिका का ही संकेत है।
किसी भी व्यक्ति को साइटिका बीमारी है या नहीं, इसका पता करने के लिए सबसे पहले फिजिकल एग्जामिनेशन किया जाता है जिसमें डॉक्टर मरीज से चलने, झुकने, उठने जैसे कुछ मूवमेंट करने को कहते हैं ताकि यह समझा जाए की दर्द किस नस से जुड़ा हुआ है।
SLR टेस्ट- सीधा पैर उठाने की जांच (Straight Leg Raise Test) की जाती है, जिसमें व्यक्ति पीठ के बल लेटता है और चिकित्सक धीरे-धीरे एक-एक कर दोनों पैरों को ऊपर उठाते हैं। इस प्रक्रिया से दर्द की स्थिति और स्थान का पता लगाया जाता है।
Medical Imaging Test- इसके डॉक्टर कुछ इमेजिंग टेस्ट जैसे MRI (Magnetic Resonance Imaging) या CT Scan मरीजों की करवाते हैं ताकि रीढ़ की हड्डी के नसों के दबाव आदि जैसी स्थिति के बारे में सही प्रकार की जानकारी पता चल सके। कभी-कभी नसों की जानकारी इकट्ठा करने के लिए X-ray का भी उपयोग किया जाता है ताकि हड्डी की भी अच्छी तरह जांच की जा सके।
इन सभी टेस्ट के अलावा साइटिका की जांच करने के लिए नर्व कंडक्शन स्टडी (Nerve Conduction Study) और EMG (Electromyography) टेस्ट्स भी किए जाते हैं ताकि यह जानने में मदद मिले कि साइटिक नस में क्या दिक्कत है।
अगर सही समय पर साइटिका का इलाज नहीं करवाया गया तो साइटिका का दर्द समय के साथ बढ़ सकता है।
Diagnostic Nerve Block– इस प्रक्रिया में सायटिक नर्व रूट के आसपास एनेस्थेटिक (सुन्न करने वाली) दवा का इंजेक्शन दिया जाता है ताकि दर्द को कम किया जा सके। अगर इस उपचार से दर्द में राहत मिलती है, तो सायटिका की पुष्टि हो सकती है।
Sciatica Complication in Hindi
साइटिका (Sciatica) एक गंभीर नस से जुड़ी समस्या होती है जिसका अगर समय पर इलाज नहीं किया गया तो यह कई तरह की Sciatica Complication in Hindi को जन्म दे सकती है। शुरुआती समय में यह केवल एक तरफ के पैरों में दर्द, झनझनाहट और कमजोरी तक महसूस होती है लेकिन जैसे-जैसे समय बढ़ता जाता है यह समस्या पूरे शरीर में देखी जाती हैं।
- Muscle loss in the affected area
- hyperlygesia
- chronic muscle weakness
- Parathesia
- Sexual dysfunction
- Difficulty walking
- Chronic pain
- Loss of bladder function
- Permanent nerve damage
- Lower body paralysis
- Sudden pain and weakness in both leg
- Numbness of groin, buttock, genital
इसलिए ऐसा जरूरी है कि अगर आपको साइटिका का लक्षण दिखता है तो आप सही समय पर इसकी जांच करवा कर इलाज करें ताकि आप स्वस्थ रह सके।
Sciatica ke liye Top 10 Treatments in Hindi
साइटिका बीमारी होने पर इसकाSciatica ka karan lakshan ilaj इलाज उसके लक्षणों पर निर्भर करता है, तो चलिए हम Sciatica ke liye Top 10 Treatments in Hindi को जानते हैं कि अगर आपके पैरों में साइटिका बीमारी के लक्षण जैसा दर्द होने लगे तो आपको कौन-कौन से उपाय करने चाहिए।
Take Proper Rest
अगर आपके पैरों में शुरुआती दर्द शुरू हुआ है और आपको ये दर्द साइटिका का दर्द लग रहा है, तो आपको भरपूर आराम करने की जरूरत होती है कई बार आराम करने से भी पैरों का दर्द कम हो जाता है।
Hot and Cold Therapy
बर्फ और गर्म पानी के द्वारा पैरों को सेकने से भी दर्द से राहत मिलती है। अगर आपके पैरों में आपको शुरुआती दर्द महसूस हो रहा है तो आप अपने पैरों की सिकाई कर सकते हैं।
गर्म सिकाई से कसी हुई मांसपेशियां ढीली होती हैं।
ठंडी सिकाई सूजन को कम करती है और प्रभावित हिस्से को सुन्न कर देती है।
Medications for Pain Relief
अगर आपके पैरों में ज्यादा दर्द है या सूजन हो गया है तो आप इसके लिए डॉक्टर को दिखाकर पेन किलर ले सकते हैं जिससे आपको आराम मिलेगा।
Over-the-Counter Pain Relievers
Prescription Medications
Physiotherapy Exercises
साइटिका के दर्द में आप फिजियोथैरेपी के द्वारा दर से राहत पा सकते हैं इसके लिए आपको फिजियोथेरेपी के व्यायाम को रोजाना करना होता हैं।
एक प्रशिक्षित थेरेपिस्ट आपकी लचीलापन बढ़ाने, सहायक मांसपेशियों को मजबूत करने और नसों पर पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद कर सकता है।
Yoga and Stretching Techniques
कुछ विशेष योगासन, जैसे भुजंगासन (कोबरा पोज़) और अधोमुख श्वानासन (डाउनवर्ड डॉग), लचीलापन बढ़ाकर और नसों पर दबाव कम करके सायटिका में राहत दे सकते हैं।
Massage Therapy
साइटिका के दर्द में पैरों में मालिश करने से दर्द से राहत मिलती है।
Acupuncture Treatment
इस इलाज में नसों के दबाव को कम कर दिया जाता है जिससे आपको दर्द से राहत मिलती है।यह पारंपरिक चीनी उपचार तकनीक बारीक सुइयों का उपयोग करके शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को सुधारती है और दर्द को कम करती है।
Chiropractic Therapy
इस थेरेपी में नसों के दबाव को कम करके रीड की हड्डी को संतुलित किया जाता है।
Steroid Injections
अगर आपको साइटिका से अधिक दर्द है, तो अब डॉक्टर से इलाज करा कर स्टेरॉयड का इंजेक्शन ले सकते हैं।
Ozone Therapy
ओजोन थेरेपी एक ऑप्शनल मेडिकल प्रोसेस होता है जिसमें तीन ऑक्सीजन परमाणु(O3) से बनी गैसों को शरीर में विभिन्न तरीकों से पहुंचाया जाता है जिससे शरीर में सूजन और दर्द कम होता है। इस थेरेपी का इलाज करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
Surgical Treatment (if needed)
अगर हमारे द्वारा बताए जाने वाले इन सभी उपायों से आपको फायदा नहीं होता है तो आपको डॉक्टर के द्वारा सर्जिकल ट्रीटमेंट लेने की जरूरत होती है।
Sciatica ke liye 10 Exercise in Hindi
साइटिका (Sciatica) के दर्द से राहत पाने के लिए कुछ एक्सरसाइज होते हैं जिसे करना कारगर साबित होता है। यह सभी एक्सरसाइज Sciatica नसों के दबाव को कम करते हैं।
Cobra Stretch
साइटिका के दर्द को कम करने के लिए भुजंगासन लाभकारी साबित होता है यह आपकी कमर को स्ट्रेट करता है और रीढ़ की नसों के दबाव को हटाता है।पेट के बल लेट जाएं, अपने हाथों को कंधों के नीचे रखें और छाती को ऊपर उठाएं।
Bridge Pose
इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाए, उसके बाद सांस लेते हुए कमर और कूल्हे को ऊपर उठाएं। इसी तरह 3 से 4 बार करे ।
Wall Sits
दीवार पर पीठ लगाकर 90 डिग्री का घुटनों को मोड़कर कोन बनाएं, कुर्सी जैसी स्थिति में 20 से 30 second होल्ड करें।
Hamstring Strech
फर्श पर बैठ जाएं, एक पैर सीधा रखें और दूसरा घुटने से मोड़ लें।
अब अपने सीधे पैर की उंगलियों की ओर झुकें। इस एक्सरसाइज को करने से आपके जांघ की पिछली मांसपेशी को लचीलापन मिलता है।
Sciatic Nerve Glides
पीठ के बल लेट जाएं और एक पैर को सीधा करें, फिर अपनी उंगलियों को अपनी ओर खींचें। इस एक्सरसाइज को करने से आपके साइटिक नर्व का दबाव कम होता है।
Bridge Pose
पीठ के बल लेटें, घुटनों को मोड़ें और कूल्हों को ऊपर उठायें। नितंब और रीढ़ की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए इस एक्सरसाइज को करना लाभकारी माना जाता है।
Bird Dog
चारों पैरों पर खड़े होकर एक हाथ और दूसरे पैर को आगे बढ़ाएं । हाथ और घुटनों के बल होकर एक हाथ और दूसरा पैर सीधा करे। कुछ सेकंड रोके और फिर बदले ।
Reclining Peagon Pose
पीठ के बल लेट जाए और एक पैर घुटने पर रखे दोनों हाथों को नीचे के पैर पर पकड़े और खींचे। आप 20 से 30 सेकंड होल्ड भी कर सकते है।
Pelvic Tilts
पीठ के बल लेट जाएं, घुटनों को मोड़ें और धीरे से अपने pelvis को ऊपर की ओर उठायें। इस एक्सरसाइज को करने से आपको कमर दर्द से राहत मिलती है।
Supine Spinal Twist
पीठ के बल लेट जाएं, एक घुटने को शरीर के पार ले जाएं और धड़ को मोड़ लें। इस एक्सरसाइज को करने से आपके रीड की हड्डी स्ट्रेच होती है।
Conclusion- Sciatica ka karan lakshan ilaj
साइटिका एक गंभीर नस से जुड़ी समस्या है, इस बीमारी की सही समय पर पहचान होने से आपको गंभीर बीमारी को होने से बचाया जा सकता है। नियमित व्यायाम और सही जीवनशैली अपनाकर सायटिका को नियंत्रित किया जा सकता है। इस आर्टिकल में Sciatica ka karan lakshan ilaj के बारे में मैं मुख्य रूप से बताया है उम्मीद है ये जानकारी आपके लिए लाभकारी साबित होगी।