Momos khane ke 6 nuksan in hindi
मोमोस खाने के नुकसान(Momos khane ke nuksan)
मोमोज एक हिमालयन मीठे मिठाई या स्नैक हैं जो भारत, नेपाल, भूटान और तिब्बत में लोकप्रिय हैं। ये दाल या मांस के साथ भरे गद्दे के रूप में बनाए जाते हैं और स्टीम या तले जाते हैं। मोमोज एक दानेदार परोसने वाला स्नैक है जो गरम मसाले, अदरक और नमक के साथ परोसा जाता है। ये आमतौर पर टमाटर या धनिया की चटनी के साथ खाए जाते हैं।
Chetan Momos ने आजकल स्ट्रीट फ़ूड में अपना दबदबा बना लिया है। अब ये लोगों के बीच में बेहद मशहूर हो गए हैं और चटपटा खाना पसंद करने वालों की पहली पसंद बन गए हैं। लोग इसे नियमित रूप से और बड़े चाव के साथ खाते हैं लेकिन काफी लोग नहीं जानते कि सस्ते बिकने वाले इस मोमोज के अनेक नुकसान होते हैं।
कुछ इसका स्वाद और कुछ इसका दाम इसकी प्रसिद्धि के लिए ज़िम्मेदार हैं। सिर्फ 20-30 रूपए में भरपेट मिलने वाले इन WowMomos के पीछे बनने वाली सामग्री पर लोग अकसर ध्यान नहीं देते हैं।
हालांकि, एक बात लोग हमेशा भूल जाते हैं कि स्ट्रीट फ़ूड हमेशा ही अपने साथ बीमारियाँ लेकर आता है और इसके कई नुकसान भी होते हैं। मोमोज के भी कई दुष्प्रभाव होते हैं।
पाइल्स की समस्या
मोमोज मैदा का बना होता है, जो पाइल्स की समस्या को बढ़ा सकता है Momos khane ke nuksan।मोमोज के साथ मिलने वाली चटनी सेहत के लिए नुकसानदेह होती है। वहीं बहुत से लोगों को तो इसकी चटनी काफी पसंद होती है और वे बड़े चाव से इसे खाते है। मोमोज की चटनी में हद्द से ज्यादा लाल मिर्च का इस्तेमाल होता है। पीसी हुई लाल मिर्च फायदा नहीं नुकसान पहुंचाती है। मोमोज बेचने वाले सस्ते मिर्ची पाउडर का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा लाल मिर्च पाउडर का ज्यादा सेवन सेहत को नुक्सान पहुंचा सकता है और इससे पाईल्स की समस्या का खतरा बढ़ सकता है।
टेपवर्म का खतर
मोमोज खाने से पेट में टेपवर्म का खतरा कई गुना बढ़ जाता है क्योंकि मोमोज में मिलाई जाने वाली सब्जी पत्ता गोभी को अगर ठीक से और सफाई से न पकाया जाएं, तो ये टेपवर्म(Tapeworm) दिमाग तक भी पहुंच सकते है। ये अगर दिमाग तक पहुंच जाते है, तो शरीर को कई तरह के गंभीर नुकसान हो सकते है।
कब्ज की समस्या
मोमोज खाने से कब्ज की समस्या भी बढ़ सकती है क्योंकि अधिकतर fried Momos को मैदा से बनाया जाता है, जो पेट की आंतो में जाकर चिपक जाता है और कब्ज की समस्या को भी बढ़ाता है। कई बार ठीक से न पकने के कारण भी डायरिया की समस्या हो सकती है।
आजकल जिसे देखों मोमोज का दिवाना है. वेज, चिकन, तंदूरी, मुगलई और भी कई तरह के मोमोज लोगों के मुह में पानी ले आते हैं. ज्यादातर बच्चे और युवा रेगुलर मोमो खाना पसंद करते हैं. मोमोज का क्रेज लोगों की सेहत पर भारी पड़ सकता है.
ज्यादा Chiken Afghani Momos खाने से हमारे शरीर में कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. आज हम मोमोज लवर्स को इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे. आप मोमो खाना छोड़ दें ये संभव नहीं हैं, लेकिन आप इसकी आदत ना डालें और हेल्दी फूड खाएं.
बढ़ता है मोटापा
मोमोज को बनाने के मैदा इस्तेमाल किया जाता है. मैदे में भारी मात्रा में स्टार्च पाया जाता है. जिसे खाने से मोटापा बढ़ता है. ज्यादा मैदा खाने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड में ट्राइग्लीसराइड (बुरा कोलेस्ट्रॉल) का स्तर बढ़ जाता है.
पैंक्रियाज को होता है नुकसान
मोमोज को सॉफ्ट बनाने के लिए मैदे में एजोडीकार्बोना माइड, बेंजोइल पेरोक्साइड जैसे तत्व मिलाए जाते हैं. जो सेहत के लिए बेहद खराब होता है. ये शरीर के पैंक्रियाज को नुकसान पहुंचाते हैं.
बढ़ सकता है डायबिटीज का खतरा
मोमोज को सॉफ्ट बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले तत्व पैंक्रियास को खराब करते हैं, जिससे इन्सुलिन हार्मोन का सेक्रेशन सही ढंग से नहीं हो पाता और मधुमेह होने का खतरा बढ़ जाता है.ज्यादा Momos खाने वाले लोगों में डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.
– घटिया नॉनवेज से बिगड़ सकती है तबीयत
नॉन-वेज मोमोज के शौकीन लोग बहुत चाव से Chetan Momos खाते हैं, पर उसमें फिल किए गए चिकन या मटन की क्वालिटी अकसर खराब होती है. जो आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकती है
– तीखी चटनी से हो सकती है बड़ी परेशानी
लोग बड़े शौक से तीखी चटनी के साथ Chetan Momos खाना पसंद करते हैं. लेकिन वे लोग ये नहीं जानते की चटनी उनके लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है. ज्यादा तीखा खाने से पाइल्स जैसी बीमारी हो सकती है.
Momos में एमएसजी (MSG) मिलाया जाता है
Momos में हर चाइनीज फूड की तरह मोनो-सोडियम ग्लूटामेट (MSG) होता है, जो न केवल मोटापे का कारण बनता है, बल्कि अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं जैसे कि तंत्रिका विकार, पसीना, सीने में दर्द और मतली जैसी समस्याओं का कारण बनता है। इसके अलावा ये मूड स्विंग्स को भी ट्रिगर करता है, जो कि आपको इमोशनल ईटिंग और मोटापे की ओर ढकेल सकता है।इसके अलावा इससे नर्वस डिसऑर्डर, अत्यधिक पसीना, छाती में दर्द, जी मिचलाने और घबराहट जैसी समस्याएं हो जाती हैं।